Thursday, May 27, 2010

बुंदेलखंड मे पर्यटन उद्योग

कुछ समय पहले पर्यटन को उद्योग का दर्जा प्राप्त हो गया था | हमें समझना चाहिए कि पर्यटन उद्योग  मे रोजगार श्रृजन की अपार  संभावनाएं है | बेरोजगारी बुंदेलखंड  क्षेत्र की बहुत बड़ी समस्या है  और बेरोजगारी की समस्या का बहुत कुछ समाधान पर्यटन उद्योग  से होना संभव है | अतयव यहाँ  पर्यटन को इस दृष्टि से देखने की जरुरत है | बुंदेलखंड पर्यटन की दृष्टि से संभवतः देश का सबसे धनी हिस्सा है | बुंदेलखंड मे पर्यटन स्थलों की भरमार है | पर यहाँ पर्यटन स्थलों का समुचित प्रचार प्रसार नहीं है और इस सम्बन्ध मे प्रचार साहित्य भी  बिलकुल उपलब्ध नहीं है | अतयव समुचित प्रचार  प्रसार करके देश तथा विदेश के पर्यटकों को यहाँ आने के लिए आकर्षित किये जाने की बड़ी आवश्यकता है | बुंदलखंड मे धार्मिक , प्राकृतिक , ऐतिहासिक ,कलात्मक एवं सांस्कृतिक हर प्रकार का पर्यटन मिल जाता है | यहाँ के पर्यटन स्थलों मे देश तथा विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करने की भरपूर क्षमता है |
      धार्मिक पर्यटन स्थलों की यहाँ प्रचुरता है | इसी कारण देश के प्रत्येक प्रान्त से आने वाली भ्रमण यात्राओं के नक़्शे मे बुंदेलखंड अनिवार्यतः सम्मिलित रहता है | प्रयाग के कुम्भ मे आने वाला ५० % श्रद्धालु चित्रकूट अवश्य ही आता है | इसी बात से बुंदेलखंड मे धार्मिक पर्यटन क़ी संभावना एवं महत्त्व को समझा जा सकता है | चित्रकूट मे प्रतिदिन प्रायः दस हजार , प्रत्येक अमवस्या पर होने वाले स्नान व मेले मे ४ - ५ लाख , सोमवती अमावस्या को ८ -९ लाख तथा दीवाली मेले पर २० से ३० लाख श्रद्धालु एकत्र होते हैं | दतिया जिले की पीताम्बरा पीठ तथा टीकमगढ़ जिले का ओरछा मंदिर धार्मिक पर्यटकों तथा श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहा है | चित्रकूट , ओरछा  तथा पीताम्बरापीठ आने वाले पर्यटकों को इनके अलावा अनेक पर्यटन स्थलों को देखने का भी मौका मिलता है |
       ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों मे झाँसी का किला , जो स्वाधीनता की प्रथम क्रांति का सशक्त गवाह रहा है , सर्व प्रमुख है | बांदा मे कालिंजर का किला , महोबा का किला सहित अनेक किले तथा अनेक ऐतिहासिक स्थल  दर्शनीय हैं | वैसे बुंदेलखंड का प्रत्येक जिला ऐतिहासिक गाथाओं तथा स्थलों से भरा हुआ है | आल्हा ऊदल सहित अनेक गौरव गाथाएं बुंदेलखंड की धरती पर बिखरी हुयी हैं |
        खजुराहो अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों का बहुत प्रिय स्थल है | ओरछा , चित्रकूट और झाँसी मे भी अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक खूब आते है | चित्रकूट के अनेको पर्यटन स्थल , बांदा के कलिजर तथा बुंदेलखंड के प्रत्येक जिले मे ऐसे पर्यटन स्थल हैं , जिनमे बिदेशी पर्यटकों की गहरी रूचि हो सकती है | आवश्यकता बस इतनी है कि इन पर्यटन स्थलों को टूरिस्ट नक़्शे पर लाकर इनके बारे मे खूब प्रचार प्रसार किया  जाय | इसके साथ ही इनकी समुचित मार्केटिंग किये जाने की भी आवश्यकता होगी | इसके बाद बुंदेलखंड मे पर्यटकों की बाढ़ रोके नहीं रुकेगा | चित्रकूट मे अनेक स्थलों पर गुफा ( भित्ति ) चित्र देखे जा सकते हैं , जिन्हें हमारे पत्थर काल के पुर्ब्जो ने बनाए थे | यहाँ खेतो की जुताई करते हुए किसानो को उसी पत्थर काल के पाषाण युगीन औजार मिल जाते हैं | एक किसान द्वारा एक पत्थर का औजार सौपे जाते समय मुझे जो रोमांच हुआ था , उसे मै आज तक नहीं भूल पाया हूँ | विश्व की इस अमूल्य निधि मे  देश व विदेश के किस पर्यटक की रूचि नहीं होगी | यह बिलकुल अछूता क्षेत्र है , जिसका अभी कोई विशेष  प्रचार प्रसार हुआ ही नहीं है |
       वर्षा काल मे अन्य सभी  पर्यटन स्थल सामान्यतया कीचड़ व गंदगी आदि कारणों से अपना आकर्षण खो देते हैं और कोई पर्यटक वहा जाना नहीं चाहता है | बुंदेलखंड की स्थिति इसके बिलकुल बिपरीत है | बुंदेलखंड वर्षा ऋतु मे अधिक मनोरम एवं सुन्दर हो जाता है | हरियाली के कारण यह बड़ा मनोहारी एवं आकर्षक हो जाता है | पठारी भूभाग होने  एवं ढलान के कारण वर्षा का पानी भी यहाँ नहीं ठहरता | इस तरह यहाँ वर्षा व जाड़ा पर्यटन का सबसे उपयुक्त काल होता है | वर्षा काल मे यहाँ के झरने अपनी अनुपम छटा बिखेरते हैं |
       बुंदेलखंड के पर्यटन विकास की राह मे कई अडचने और कार्य हैं | पहला कार्य यह है कि बुंदेलखंड के प्रत्येक जिले मे पर्यटन की सम्भावना वाले पर्यटन स्थलों का चिन्हांकन किया जाय | दूसरा कार्य यह है  कि इन पर्यटन स्थलों का विकास करके अपेक्षित अवस्थापना सुविधाओं की व्यवस्था किया जाय | तीसरा कार्य यह है कि इन पर्यटन स्थलों को टूरिस्ट नक़्शे पर लेते हुए इस सम्बन्ध मे समुचित प्रचार प्रसार किया जाय | चौथा कार्य यह है कि टूरिस्ट गाइड व पर्यटन यात्रा एजेंसियों को प्रेरित करके यात्रा रूट तय करते हुए अपेक्षित सुरक्षा व्यवस्था मुहैया करायी जाय | तकनीकी संस्थानों तथा विश्व विद्यालयों  मे टूरिस्ट गाइड का कोर्स चलाकर प्रतिवर्ष हजारो हजारो बेरोजगारों को सम्मानजनक रोजगार मुहैया कराया जा सकता है | 

 अपना बुंदेलखंड डॉट कॉम के लिए श्री जगन्नाथ सिंह पूर्व जिलाधिकारी, (झाँसी एवं चित्रकूट) द्वारा

1 comment:

  1. Dear Sir,
    Aap ne etni khubsurti se Bundelkhand ke Pariyatan per Prakash diya hai U.P.Tourism department ko es oau dhyan dena chahiy plz aap mujhe mail se Touriesm ke articale bhej sakte hai Mail id....uphra68@yahoo.com
    S.c.Rawat.....kanpur

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